जानकारी में सामने आया कि बूंदी जिले के नैनवा उपखंड के मारा गांव की रहने वाली 32 साल की गर्भवती महिला सोना बाई की दस साल पहले बूंदी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान जान चली गई थी। उस समय नियमानुसार शव परिजनों को सौंप दिया गया था और परिजन उसे लेकर चले गए थे। उसके बाद शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था।
अब यहां फिर से चौंका देने वाला नजारा सामने आया। गांव से सोना बाई के देवर और परिवार के कई लोग अस्पताल पहुंचे। अस्पताल परिसर के बाहर पूजा-पाठ किए और फिर सोना बाई का देवर मेडिकल वार्ड की ओर गया जहां पर शव रखे जाते हैं। वहां से वापस लौटा तो उसने साड़ी ओढ़ी थी और उसके पास एक दीपक था। इसे बाल्टी में रखकर महिलाओं ने गीत गाए और वे लोग रवाना हो गए। इस बीच सोना बाई का देवर अजीब हरकतें करते हुए आवाजें निकाल रहा था। जिसे देखकर लोग डर के मारे हिल तक नहीं सके। देवर ने परिवार को सुख सृमद्धि का आर्शीवाद दिया।