बता दें कि शुक्रवार को सदन में हंगामे के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत छह कांग्रेस विधायकों को सस्पेंड करने के बाद गतिरोध और बढ़ गया था। शनिवार को प्रदेश भर में जिला स्तर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान जगह जगह मंत्री अविनाश गहलोत का पुतला भी फूंका गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भजनलाल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कल विधानसभा घेराव की तैयारी… कांग्रेस विधायक रातभर सदन में ही रहे। वहीं पर बिस्तर लगाकर सोए। देर रात तक सरकार से वार्ता का दौर चला, लेकिन बात नहीं बनी। आज विधानसभा की छुट्टी है। अब कल सोमवार को ही अब सदन चलेगा। ऐसे में धरना तब तक खिंचने के आसार बन गए हैं। वहीं कल कांग्रेस ने 24 फरवरी को विधानसभा का घेराव करने की तैयारी शुरू कर दी है।
इसलिए चल रहा विवाद … विधानसभा में शुक्रवार को एक सवाल का जवाव देते हुए पूर्व पीएम इंदिरा गांधी पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी कर दी थी। जिसके विरोध में कांग्रेस विधायक स्पीकर की डायस की तरफ बढ़ गए। हंगामा बढ़ता देख सदन में मार्शल बुलाए गए। इसके बाद स्पीकर वासुदेव देवनानी ने गोविंद सिंह डोटासरा, उप नेता प्रतिपक्ष रामकेश मीणा, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत, हाकम अली खान और संजय कुमार को बजट सत्र की बची हुई अवधि के लिए निलंबित कर दिया था। स्पीकर के इस एक्शन से बाद से कांग्रेस विधायकों ने सदन में ही रात गुजारी और रामधुनी भी की। धरने पर बैठे निलंबित विधायक संजय कुमार जाटव और जाकिर हुसैन गैसावत की तबीयत बिगड़ गई थी, जिन्हें डॉक्टर को दिखा प्राथमिक उपचार दिया गया।